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15 Nov 2018 · 1 min read

दुआ

रब आपको इतनी
खुशियां नसीब करे
नसीब भी आपके
नसीब की तारीफ़ करे

यूँ तो जिन्दगी में सब को
गम मिला करते हैं
रब न आपको एक भी
गम कुबूल करे

हमारा क्या है हम तो हैं
राह के एक मुसाफ़िर
आपके बदले रब हमसे
दर्द-ओ-गम वसूल करे

हम सदा दुआ देते हैं
देते रहेंगें जिंदगी भर
न रब जिंदगी आपको
कभी मायूश करे

हमारी किस्मत में जो
लिखा है वो होगा ही
रब आपकी किस्मत को आफ़ताब जैसा बुलंद करे

हम जिंदगी में न दे पाएंगे
कुछ भी शायद आपको
रब से करते हैं दुआ
आपको सारा जहां दुलार करे

आपकी जिंदगी में
न आये एक भी गम
चाहे हमारी जिंदगी की खुशियां रब कम करे

अनिल कुमार निश्छल

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