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5 Nov 2018 · 2 min read

हिन्दी दिवस 2018 के संबंध में अपने कुछ विचार

आदरणीय महोदय/ महोदया सहृदय आभार एवं प्रणाम , सर्व प्रथम मैं आपको अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगी कि हिन्दी भाषा के प्रति समर्पित होते हुए अपनी पत्रिका के माध्यम से सभी की रचनाएं,लेख, कहानी एवं साहित्य विचारों इत्यादि को को प्रकाशित करने का बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं जिसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं । ” हिन्दी राजभाषा एवं १४-०9-२०१८ को हिन्दी सप्ताह मनाने के संबंध में लेख” प्रति वर्ष की भांति ईस वर्ष भी समस्त कार्यालयों में फिर से हिन्दी पखवाड़ा मनाया जाएगा, भारत देश की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी के संबंध में बड़े बड़े भाषण प्रस्तुत किए जाएंगे एवं विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा । चूंकि मैं यहां आपको यह बताना चाहूंगी कि मैं भी केन्द्रीय कार्यालय मे पूर्व केन्द्रीय कर्मचारी रह चुकी हूं एवं हिन्दी राजभाषा का कार्य भी कर चुकी हूं । हिन्दी भाषा के प्रति मेरी दिलचस्पी सहृदय से है । मैंने कार्यालयों में देखा है कि हिन्दी पखवाड़ा के तहत आयोजित प्रतियोगिता में ईनाम जीतने के उद्देश्य से सभी कर्मचारियों द्वारा बढ़ चढ़ के भाग लिया जाता है एवं मात्र सितंबर माह में ही हिन्दी के महत्व को समझते हैं । समस्त का भी हिन्दी में ही पूर्ण किए जाते हैं । यह हम सभी भारतवासियों के लिए बहुत ही शर्मनाक बात है कि हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा एवं राजभाषा घोषित होने के पश्चात भी हिन्दी दिवस १४ सितंबर को प्रति वर्ष मनाया जाता है । जबकि अंग्रेज़ी भाषा कार्य कारी भाषा में अधिक कार्य सम्पन्न होता है । हमारे बाहरी देशों में तो उनकी निर्धारित भाषा का कोई भी विशेष दिवस नहीं मनाया जाता है । आज हमें यह कहते हुए अतिशयोक्ति नहीं होगी कि १५ आगस १९४७ को भारत आजाद होने के बाद भी हम गुलामी के तले दबे हुए अंग्रेज़ी को अपनाएं हुए हिन्दी भाषी होने का सिर्फ दिखावा कर रहे हैं । वर्तमान में हमारे माननीय प्रधानमंत्री महोदय एवं मुख्यमंत्री महोदय द्वारा हिन्दी में ही भाषण एवं विचार रखे जाते हैं । हम सभी को भी अपने भारत देश की अस्मिता को बनाए रखने एवं हिन्दी के सम्मान को ध्यान में रखते हुए बोल चाल में एवं कार्यकारी रूप में अपने तन मन धन से हिन्दी भाषा का प्रयोग करने की परम आवश्यकता है । केवल प्रतियोगिताओं को आयोजित करके आऔपचारिकताओ को ही न निभाया जाए । भारत सरकार को इस क्षेत्र में अनिवार्य रूप से समस्त कार्यालयों में हिन्दी राजभाषा कार्यान्वयन समिति द्वारा निर्धारित समस्त दिशा-निर्देशों के अनुरूप कार्य सम्पादित करने हेतु आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है । जय भारत जय हिन्द एवं हिन्दी की अस्मिता अमर रहे । इस समूह की समस्त हिन्दी टीम को धन्यवाद जो हिन्दी भाषा क्षेत्र में बहुत ही उपयोगी कार्य कर रहे हैं एवं समूह चर्चा विडियो के माध्यम से जो समय-समय पर प्रस्तुत की जा रही है ,वह अत्यंत ही सराहनीय कार्य है ।

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