Comments (6)
11 Feb 2021 02:13 PM
बहुत खूब आदरणीय शानदार अभिव्यक्ति कृपया मेरी रचना प्रेम के खत का अवलोकन कर अपना मत अवश्य व्यक्त करें ।
शेख़ जाफ़र खान
Author
27 Jun 2021 10:16 PM
प्रणाम गुरु चरणों में।
आपकी रचनाएं बहुत खूब सूरत है।
29 Nov 2018 06:20 PM
अति उत्तम सर जी?
8 Nov 2018 12:14 PM
कृपा ‘ यह कुण्डलियाँ ‘ के बारे में बताएं, इसके क्या नियम है
शेख़ जाफ़र खान
Author
27 Jun 2021 10:14 PM
नमस्कार जी,
कुणडिया एक दोहा और एक रोला छंद से बनती है । मात्रा भार 24 होता है ,जिस शब्द से प्रारंभ करते हैं अंत उसी शब्द से होता है ।
बहुत सुंदर रचना। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर ।