Comments (5)
3 Dec 2021 11:45 PM
शब्दों के चुनाव में आपको महारत हाँसिल है ये कला हर किसी को नही आती
शूल नफरत के बिछे हैं कुछ यहाँ तो क्या हुआ
प्यार के फूलों से ये संसार महका दीजिये
कितने सुन्दर भाव है मुझे बहुत पसन्द आए
**जानते सब प्यार से ही चल रहा संसार है
प्यार में फिर दर्द क्यों है इतना बतला दीजिये **
Dr Archana Gupta
Author
9 Apr 2022 06:24 PM
हार्दिक आभार आपका
5 Jun 2022 01:42 AM
Aaatmik अभिनन्दन डॉ अर्चना जी
होती है सबसे बड़ी ही ये बुढ़ापे की दवा
प्यार के दो बोल का उनको सहारा दीजिये….उत्तम संदेश देती , बेहतरीन गीतिका । बधाई !
बेहतरीन गीतिका ।
हार्दिक आभार आदरणीय