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देखा नहीं था बुरी नजर से , जिसने दुश्मन को भी कभी । आज उसे अपने भले बुरे की , पहचान करना आ गया ।
सादर आभार आदरणीय जी ।
देखा नहीं था बुरी नजर से ,
जिसने दुश्मन को भी कभी ।
आज उसे अपने भले बुरे की ,
पहचान करना आ गया ।
सादर आभार आदरणीय जी ।