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जड़ से उखड़कर भी बस जाती हैं बेटियाँ ।। खुद दर्द सहकर भी सबको हँसाती हैं बेटियाँ ।।
आभार आदरणीय जी ।
जड़ से उखड़कर भी बस जाती हैं बेटियाँ ।।
खुद दर्द सहकर भी सबको हँसाती हैं बेटियाँ ।।
आभार आदरणीय जी ।