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12 Sep 2016 02:46 PM
जालिम लगी दुनिया हमें हर शख्श बेगाना लगा
हर पल हमें धोखे मिले अपने ही ऐतबार से
नफरत से की गयी चोट से हर जखम हमने सह लिया
घायल हुए उस रोज हम जिस रोज मारा प्यार से
सुन्दर प्रस्तुति बहुत ही अच्छा लिखा आपने
अति सुन्दर प्रस्तुति मेडम जी! धन्यवाद..!