Comments (11)
12 Dec 2016 11:22 AM
बेहतरीन गजल…
11 Sep 2016 11:33 PM
वाकई बेहतरीन, बधाई!
11 Sep 2016 08:00 AM
Wah! Bahot khuubsurat Ghazal.
10 Sep 2016 08:09 PM
नाज़ साहब मज़ा आ गया पढ़ कर आपके दिमाग की छोटी सी फुलवारी को
Krishna Kumar Naaz
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11 Sep 2016 07:57 AM
दिव्यम जी उत्साहवर्धन के लिए आपका आभारी हूं।
Krishna Kumar Naaz
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10 Sep 2016 07:32 PM
सभी मित्रों का बहुत बहुत धन्यवाद और आभार।
10 Sep 2016 07:29 PM
बहुत खूब …
10 Sep 2016 06:10 PM
Bahut khoobsurt Ghazal lajawab ashaar se saji waaaaaaah waaah Kya kahne dheron daad
10 Sep 2016 05:50 PM
क्या बात है । बहुत ही उम्दा ग़ज़ल । वाह्ह्ह्ह्
Krishna Kumar Naaz
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12 Sep 2016 08:30 PM
अर्चना जी आपको और उन सभी मित्रों को धन्यवाद जिन्होंने मेरा उत्साह्वर्धन किया। आभारी हूं।
बेहद खूब