Comments (4)
30 Aug 2016 07:42 AM
बचपना अगर दुबारा मिले
अगर इशारा मिले
बहुत लाज़वाब अंदाज़ में लिखी है ग़ज़ल
बधाई
29 Aug 2016 09:48 PM
टूट दीवार नफ़रत की खुद जायेगी
—————
फिर कभी बात करेंगे इस मिसरे पर
Dr Archana Gupta
Author
29 Aug 2016 11:22 PM
बताइये इस मिसरे के बारे में । सादर
बहुत खूबसूरत ………..!!