Comments (3)
23 Dec 2020 01:10 PM
Bahut khub… Archana ji??
21 Jun 2016 05:49 PM
वाह !! दोनों ही दोहे सुंदर हुए हैं.
हुई नहीं खुलकर कभी, उन दोनों में बात |
करके सूरज को नमन, जाती है पर रात ||
Bahut khub… Archana ji??
वाह !! दोनों ही दोहे सुंदर हुए हैं.
हुई नहीं खुलकर कभी, उन दोनों में बात |
करके सूरज को नमन, जाती है पर रात ||
नव वर्ष कि हार्दिक शुभकामनाए
कृपया मेरी रचना कोरोना का अवलोकन कर वोट करने कि कृपा करे !