Comments (18)
14 Nov 2018 07:32 PM
मेरी कविता माँ :जीवन का पर्याय को वोट कीजिए मुझे कृतार्थ कीजिए
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
20 Mar 2022 05:19 AM
धन्यवाद
19 Nov 2016 03:54 PM
Excellent.
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
1 Dec 2016 12:32 AM
धन्यवाद मनीष जी ।
18 Nov 2016 08:39 PM
Excellent.
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
1 Dec 2016 12:33 AM
धन्यवाद मनीष जी
धन्यवाद बेटा।
18 Nov 2016 03:30 PM
रामनाम मणि दीप धर, जीह देहरी द्वार।
तुलसी भीतर बाहरौ, जो चाहत उजयार।
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
18 Nov 2016 03:32 PM
धन्यवाद मित्रवर।
17 Nov 2016 05:54 PM
गंभीर रचना।
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
17 Nov 2016 09:27 PM
धन्यवाद मित्रवर।
15 Nov 2016 06:59 PM
Very beautiful lines sir
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
15 Nov 2016 07:54 PM
धन्यवाद बेटा ।
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
15 Nov 2016 07:54 PM
धन्यवाद बेटा।
15 Nov 2016 06:51 PM
बहुत ही शानदार रचना।
15 Nov 2016 02:10 PM
शानदार गोस्वामी जी
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
15 Nov 2016 07:55 PM
धन्यवाद मित्रवर।
अत्यंत मर्म स्पर्शी
धन्यवाद