Comments (6)
26 Nov 2016 05:21 PM
भक्ति रस से परिपूर्ण रचना।
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
2 Dec 2016 12:47 AM
धन्यवाद बेटा ।
18 Nov 2016 01:33 PM
रामनाम के हीरे मोती मैं बिखराऊँ गली-गली।
ले लो कोई हर्ज का प्याला शोर मचाऊँ गली-गली।
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
2 Dec 2016 12:48 AM
धन्यवाद मित्रवर ।
बहुत शानदार……आपकी रचनाएं मेरे लिए प्रेरणा का कार्य करती है।।धन्यवाद।।
धन्यवाद बेटा ।