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11 Feb 2021 04:09 PM
महिलाओं की अस्मिता को दुर्बलता से देखने वालों को नारी के प्रति समर्पित भावनाओं को आकार देकर उन्हें असहाय न समझने की हिमाकत करने के लिए जो स्वर प्रदान किया गया है वह निश्चय ही प्ररेणा दायक है।
Dinesh Sharma
Author
11 Sep 2016 04:07 PM
छोटी सी खूबसूरत लाईन :
“जब से परीक्षा वाली जिंदगी पूरी हुई है,
तब से जिंदगी की परीक्षा शुरु हो गई है..
आज मुझे एक नया अनुभव हुआ
अपने मोबाइल से अपना ही नंबर लगाकर देखा, आवाज
आयी
The Number You Have Call Is Busy…..
फिर ध्यान आया किसी ने क्या खुब कहा है….
“औरो से मिलने मे दुनिया मस्त है पर,
खुद से मिलने की सारी लाइने व्यस्त है..
कोई नही देगा साथ तेरा यहॉं
हर कोई यहॉं खुद ही में मशगुल है
जिंदगी का बस एक ही ऊसुल है यहॉं,
तुझे गिरना भी खुद है
और संभलना भी खुद है..?
???
उत्तम सोच का परिचय है यह रचना.
मुहब्बत की यादों को रचना पर अपना क़ीमती वोट देने का कष्ट करें.