Comments (12)
11 Aug 2016 03:12 PM
बेहतरीन ख़याल।सुन्दर गज़ल।
24 Jul 2016 09:31 PM
कुछ याद ही कहाँ हैं सनम प्यार में हमें
तुमको भुला सकें वो बहाना नहीं मिला …….. वाह … वाह ….. कोमल एहसास ….. खूबसूरत खयाल ….. सुन्दर कहन …. लाजवाब पेशकश के लिए बधाई सम्मानित अर्चना जी .
Dr Archana Gupta
Author
29 Sep 2016 04:09 PM
हार्दिक आभार
24 Jul 2016 01:10 PM
लाज़वाब वाह
Dr Archana Gupta
Author
30 Aug 2016 07:39 AM
शुक्रिया आपका
24 Jul 2016 09:30 AM
वाह बहुत ही खूबसूरत पंक्तियाँ
तुमसे बिछड़ के दिल को ठिकाना नहीं मिला…….
Dr Archana Gupta
Author
24 Jul 2016 10:28 PM
हार्दिक आभार आपका
24 Jul 2016 09:00 AM
वाह्ह्ह्ह्ह बहुत खूब 1
Dr Archana Gupta
Author
24 Jul 2016 05:31 PM
हार्दिक आभार आपका
24 Jul 2016 06:47 AM
वाह वाह बेहतरीन रचना
वाह बहुत खूब !
Dr Archana Gupta
Author
24 Jul 2016 08:34 AM
हार्दिक आभार आपका
तुमसे बिछड़ के दिल को ठिकाना नहीं मिला
तुम सा कहीं भी हमको दीवाना नहीं मिला
मुक्मल