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21 Jul 2016 10:34 PM

बहुत सुन्दर भाव आदरणीय अंकित शर्मा जी

परन्तु शायद कुण्डली छंद एक दोहा व दो रोला से मिलकर बना होता है पर यहां एक हा रोला है

21 Jul 2016 10:11 PM

वाह्ह्ह्

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