Comments (6)
18 Jul 2016 01:49 PM
वाह्ह्ह्ह् शानदार ग़ज़ल
18 Jul 2016 01:25 PM
वाह्ह्ह्ह्ह् लआजवाब गज़ल हर शेर उमदा।
jameel saqlaini
Author
19 Jul 2016 08:56 AM
Bahut shukriya maaN ji
jameel saqlaini
Author
18 Jul 2016 12:33 PM
इस ग़ज़ल के पहले और आखिरी मिसरे में।।।लफ्ज़े (में) टाइपिंग में छूट गया है। जहाँ ज़रूरत है वहाँ इसतेमाल कर लें
18 Jul 2016 12:38 PM
आप my post पर से उस पोस्ट पर जाकर उस पोस्ट को edit भी कर सकते हैं
Bahut bahut shukriya archna Gupta shiba