Comments (3)
18 Jul 2016 01:30 PM
Waaaaaaaaaaaaaah waaaaah maata ji mahaan lekhika haiN aap
18 Jul 2016 11:14 AM
वाह ! वाह ! बहुत सुंदर दोहे रचे हैं आदरणीया निर्मला जी. बहुत-बहुत बधाई स्वीकारें. फिरभी दुसरे और अंतिम दोहों में आयी शिल्पगत त्रुटियों को देख लें. सादर.
सुन्दर दोहें हैं निर्मला जी