Comments (2)
18 Jul 2016 09:32 AM
बढे़ंगे जुल्म जब इंसानियत पर तब बचाने को।
कभी ईसा मुहम्मद तो कभी वो राम आयेगा।।7
वाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या सही बात कही1 बहुत खूब गज़ल 1
बढे़ंगे जुल्म जब इंसानियत पर तब बचाने को।
कभी ईसा मुहम्मद तो कभी वो राम आयेगा।।7
वाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या सही बात कही1 बहुत खूब गज़ल 1
बहुत सुंदर प्रस्तुति सर