Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (8)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
24 Sep 2019 05:51 PM

आपके लेखन को नमन
हार्दिक बधाई .

24 Sep 2019 08:32 PM

बहुत बहुत शुक्रिया आपका प्रोतसाहन के लिये।

16 Jul 2016 09:49 PM

वाह ! सुंदर गीत हुआ है आदरणीया अर्चना गुप्ता जी. मुखड़ा तो बहुत ही सुंदर बन पडा है. किन्तु //अश्क भर आँखों में आते याद कर मनमीत को जब//यह पंक्ति कुछ गड़बड़ हो गई है. सादर.

16 Jul 2016 04:22 AM

सुंदर अभिव्यक्ति . . . वाह

15 Jul 2016 10:00 PM

बहुत खूबसूरत रचना वाह वाह बहुत खूब
” छेडता है प्यार दिल के तार —– “

5 Aug 2016 05:40 PM

आपका दिल से आभार

सुंदर भावाभिव्यक्ति

15 Jul 2016 09:27 PM

धन्यवाद आपका सर

Loading...