Comments (8)
16 Jul 2016 09:49 PM
वाह ! सुंदर गीत हुआ है आदरणीया अर्चना गुप्ता जी. मुखड़ा तो बहुत ही सुंदर बन पडा है. किन्तु //अश्क भर आँखों में आते याद कर मनमीत को जब//यह पंक्ति कुछ गड़बड़ हो गई है. सादर.
16 Jul 2016 04:22 AM
सुंदर अभिव्यक्ति . . . वाह
15 Jul 2016 10:00 PM
बहुत खूबसूरत रचना वाह वाह बहुत खूब
” छेडता है प्यार दिल के तार —– “
Dr Archana Gupta
Author
5 Aug 2016 05:40 PM
आपका दिल से आभार
15 Jul 2016 06:37 PM
सुंदर भावाभिव्यक्ति
Dr Archana Gupta
Author
15 Jul 2016 09:27 PM
धन्यवाद आपका सर
आपके लेखन को नमन
हार्दिक बधाई .
बहुत बहुत शुक्रिया आपका प्रोतसाहन के लिये।