Comments (3)
15 Jul 2016 12:29 PM
वाह्ह्ह्ह्ह् शानदार रचना
15 Jul 2016 10:45 AM
वाहह्ह्ह् परदीप तुम्हारी कलम कई धार ईतनी पेनी है कई कइसी को भी हि ला दे।व्आह्ह्ह
वाह्ह्ह्ह्ह् शानदार रचना
वाहह्ह्ह् परदीप तुम्हारी कलम कई धार ईतनी पेनी है कई कइसी को भी हि ला दे।व्आह्ह्ह
Hearts touching