Comments (4)
22 Jul 2016 03:45 PM
खंडर हूँ बस यादों का मैं
कौन बसेगा आकर मुझमें..!!
गूँज रहा है गीत अभी तक ;
छोड़ गये तुम गाकर मुझमें..!!
बहुत शानदार ग़ज़ल शानदार भावसंयोजन हर शेर बढ़िया है आपको बहुत बधाई
archna pathak
Author
13 Jul 2016 07:36 AM
शुक्रिया दीदी ! ????
12 Jul 2016 09:55 PM
वाह्ह्ह् बहुत सुन्दर
Wow. Aapki anya rachnaon ka intjaar rahega