Comments (3)
Anuj Tiwari
Author
11 Jul 2016 06:57 PM
आदरणीय अशोक जी …….बहुत बहुत धन्यवाद …….
आपका सुझाव अनुकरणीय है , मैं आगे से ज़रूर ध्यान रखूंगा !!
धन्यवाद !!
11 Jul 2016 06:34 PM
आदरणीय अनुज कुमार जी अच्छी भावपूर्ण रचनाएं कर रहे हैं किन्तु कुछ बातों का ध्यान रखें.
ये बेदर्द जमाने की आहट……….यहाँ ‘ये’ लिखने का कोई अर्थ नहीं है.
समा रंगो से नहाई है ,………….समा ………के साथ नहाई / नहाया है होना चाहिए.
अंगडाई लेती ये बसन्त…………..बसंत के साथ लेती नहीं / लेता ये बसंत होना चाहिए.
मेरा उद्देश्य तनिक भी आपकी गलतियां निकालना नहीं है. किन्तु यह गलतियां आपके मार्ग में बाधक हैं. सादर.
आदरणीय अशोक जी , आपका सुझाव अनुकरणीय है ,
मैं आगे से ध्यान रखूंगा …….!!
मार्गदर्शन के लिये आभार !!