Comments (4)
8 Jul 2016 06:38 PM
wah umda srijan
8 Jul 2016 02:38 PM
मर जाएंगे तेरे बिना
तुम रूठ कर जाना नहीं,,,बहुत खूब
8 Jul 2016 10:25 AM
बहुत ख़ूब
wah umda srijan
मर जाएंगे तेरे बिना
तुम रूठ कर जाना नहीं,,,बहुत खूब
बहुत ख़ूब
सच को छिपाने के लिए
झूठी कसम खाना नहीं ……सत्य कहा है.
सुंदर गजल हुई है.