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25 Oct 2024 01:55 PM

यहां कवि ने अपने भीतर छुपे दार्शनिक का परिचय दिया है और मां बाप के प्रति सम्मान व्यक्त किया है और उनके योगदान को याद कराया है।

Very nice sir 🙏

12 Oct 2024 07:19 PM

Wah very nice

12 Oct 2024 06:51 PM

👏👏👏💐💐

12 Oct 2024 06:51 PM

👏👏👏

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