Comments (5)
13 Oct 2024 06:24 AM
Very nice sir 🙏
12 Oct 2024 07:19 PM
Wah very nice
12 Oct 2024 06:51 PM
👏👏👏💐💐
12 Oct 2024 06:51 PM
👏👏👏
Very nice sir 🙏
Wah very nice
👏👏👏💐💐
👏👏👏
यहां कवि ने अपने भीतर छुपे दार्शनिक का परिचय दिया है और मां बाप के प्रति सम्मान व्यक्त किया है और उनके योगदान को याद कराया है।