Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (1)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
28 Jun 2024 08:21 PM

आग लगी थी सीने में।
होंठ से आग बुझा दी।
डूब रहा था मैं तेरी निगाहों में।
हाथ पकड़ कर किनारे लगा दी।

Loading...