Comments (2)
5 Jul 2016 08:18 AM
सुंदर दोहे रचे हैं आदरणीय रमेश शर्मा जी. बहुत बधाई.
जितनी कड़वी नीम है, उतनी मीठी जान |
रहो निरोगी जो करो, नित्य नीम रसपान ||
सुंदर दोहे रचे हैं आदरणीय रमेश शर्मा जी. बहुत बधाई.
जितनी कड़वी नीम है, उतनी मीठी जान |
रहो निरोगी जो करो, नित्य नीम रसपान ||
हार्दिक आभार आपका आदरणीय प्रस्तुुति पर प्रोत्साहन के लिए..