Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
नींव में इस अस्तित्व के, सैकड़ों घावों के दर्द समाये हैं, आँखों में चमक भी आयी, जब जी भर कर अश्रु बहाये हैं....
Comments (0)
You must be logged in to post comments.
Login
Create Account
Loading...