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1 Jul 2016 05:20 PM

वाह्ह्ह्ह्

ज़माने से मिली ठोकर तो अपना हौसला बढता
अपनों से मिली ठोकर तो सह पाना बहुत मुश्किल

शब्दों मे दर्द भी दर्द नही रहा1 सुन्दर्1

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