Comments (3)
30 Jun 2016 05:19 PM
ज़माने से मिली ठोकर तो अपना हौसला बढता
अपनों से मिली ठोकर तो सह पाना बहुत मुश्किल
30 Jun 2016 09:10 AM
शब्दों मे दर्द भी दर्द नही रहा1 सुन्दर्1
ज़माने से मिली ठोकर तो अपना हौसला बढता
अपनों से मिली ठोकर तो सह पाना बहुत मुश्किल
शब्दों मे दर्द भी दर्द नही रहा1 सुन्दर्1
वाह्ह्ह्ह्