Comments (6)
2 Jan 2024 04:55 PM
बहुत खूब
VINOD CHAUHAN
Author
2 Jan 2024 04:58 PM
आपका दिल से आभार विनोद सिल्ला जी💐🙏🙏
2 Jan 2024 01:35 PM
बहुत ही मार्मिक और हृदय को विदीर्ण करने वाली सच्ची कहानी😪😪😪
VINOD CHAUHAN
Author
2 Jan 2024 02:35 PM
अपना कीमती वक्त निकालने और सारांश के लिए आपका सह्रदय शुक्रिया सतपाल भाई🖊📚
कहानियां अक्सर सच्ची घटनाओं से प्रेरित हो शब्दो के धागे से बुनी और लेखक की कल्पना और वास्तविकता की काली नीली स्याही से अपने नियत स्थान पर सही रंग की इबारत उकेरती जाती है
इस कहानी को मैं जीवन का सत्य मानता हूं जो प्रत्येक व्यक्ति अपनो को खोने के बाद महसूस करता है और इस त्रास को सहते हुए माया के फंदे में फंसा रह जाता है और सब कुछ जानते समझते हुए भी नासमझ बन आगे बढ़ता है
इस कहानी को मेरा साधुवाद अत्यंत सधे शब्दो से और बेहद सधी गति से कहानी को उसके सन्देश तक पंहुचाया ये कमाल है
यही आपकी पहचाना भी 👌👌👌👌👌
आपका अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत आभार सर। मैं आज तक उस अपने को ढूंढ रहा हूँ जिसके बारे में मैने ये सब लिखा । वो दु:ख भरा मंजर मेरे लिए सबसे ज्यादा जीवन की की कड़वी सच्चाई का गवाह रहा है ।🙏🙏