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न जाने कब हादसों का झोंका उड़ाकर ले जाए , लम़्हा भर वक्त की दहलीज़ पर ठहरा हूँ ,
श़ुक्रिया ! 🌷
न जाने कब हादसों का झोंका उड़ाकर ले जाए ,
लम़्हा भर वक्त की दहलीज़ पर ठहरा हूँ ,
श़ुक्रिया ! 🌷