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संजीवनी गुप्ता जी धन्यवाद 🙏

बेहद भाव भरा

बहुत बहुत धन्यवाद आभार 🙏🙏

लाइक के लिए धन्यवाद 🙏

तभी वहां कुछ हमने देखा
दीवालों पर बचपन देखा
पापा के हाथों की छापों पे
अपनी हथेलियाँ रख आया था

15 Oct 2023 07:34 AM

अति उत्तम भाई जी

बहुत सुंदर भावपूर्ण 👌👌

आभार आपका आदरणीया, धन्यवाद 🙏

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