You must be logged in to post comments.
रावत जी, यह तो बाज आ जाएं यदि जनता इनकी धूर्तता को समझने के लिये तैयार हो जाये, आपकी टिप्पणी से मनोबल बढ़ा है, क्योंकि कुछ लोग तो इसे स्वीकार नही करते हैं। सादर अभिवादन सहित।
एकछ्त्र करते राज, ये नहीं आयेंगे बाज, मजबूर गरीब आज,बस देखते रहो ताज!
रावत जी, यह तो बाज आ जाएं यदि जनता इनकी धूर्तता को समझने के लिये तैयार हो जाये,
आपकी टिप्पणी से मनोबल बढ़ा है, क्योंकि कुछ लोग तो इसे स्वीकार नही करते हैं। सादर अभिवादन सहित।