Comments (4)
6 Jun 2023 02:30 PM
अति उत्तम कविता।
Niki pushkar
Author
7 Jun 2023 12:16 AM
हृदयतल से आभार गौतम जी🙏💐
जो जलकर बुझती नहीं कभी
जो ज्योति लुटाती जीवन भर
जो अतृप्ति में तृप्ति खोजती
कहते हैं उसे निकी पुष्कर।।
इस विनीत सराहना से अभिभूत हूँ
आदरणीय।आपका हार्दिक आभार सर🙏💐