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22 May 2023 09:36 AM
आकाश चूमती थी,
इमारत बड़ी थी वो,
सबके हिस्से की धूप,
रोके खड़ी थी वो।
14 May 2023 10:19 PM
उस राम को इस बात से,
कोई नहीं मतलब,
किस जाति, धर्म, मजहब को,
मानता है तू,
इंसाफ की बारी पर,
कर देंगे वो इन्साफ,
इंसाफ की बारी पर,
कर देंगे वो इन्साफ,
रावण के सारे पुण्य,
पाप उसका खा गया।