Comments (9)
6 Aug 2024 10:47 PM
Super -Duper
30 Aug 2023 12:58 PM
वाह वाह क्या सटिक कलम चलाई है आपने
29 Aug 2023 07:42 AM
न घर था ,न द्वार था,
फिर भी खुशियों से भरा संसार था।
रहते थे हम अलग-अलग ,
पर सबके दिलों में प्यार था ।।
सबके दिलों में प्यार था।।
आपका बहुत सुंदर विचार सर
कोशिश
28 Aug 2023 10:35 PM
अदभूत कल्पना से परे है।
28 Aug 2023 10:13 PM
लाज़वाब ,सर जी
28 Aug 2023 10:12 PM
Wow nice sir
Inspirational,, Salute