Comments (4)
9 Jan 2023 09:41 PM
Jabardast quote sir, excellent
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Author
10 Jan 2023 07:13 PM
शुक्रिया जी
10 Jan 2023 07:17 PM
धन्यवाद सर आपके सपोट के लिए।
सर एक जिज्ञासा थी, कविता जब भी लिखता हूं , एक सीध में ना होकर पंक्तियां बिखर जाती है, मैंने एडिट भी किया तब भी बेतरतीब तरीके से पबलिशड हो जाता है क्या करूं मार्ग दर्शन दे मेरी कविताएं देख कर पता लग जाएगा।