Comments (5)
3 Nov 2022 11:09 AM
ये हमारे कलम की स्याही, बेपरवाहगी से भी चुराती है,
फिर नये शब्दों का सृजन कर, हमारे ज़हन को सजा जाती है। बिल्कुल सत्य कहाँ, क्या प्रभावशाली शब्दों से सुंदर सृजन का निर्माण, कही अंतर्मन की संवेदनाये सहेजती आपकी उच्चकोटि की कलम है लाजवाब बेहतरीन बहुत ही उम्दा 🙏🙏🙏🌹🌹
Manisha Manjari
Author
3 Nov 2022 10:48 PM
बहुत बहुत धन्यवाद शेखर जी, ये सब आप जैसे उच्च कोटि के लेखकों के सानिध्य का हीं असर है। …🙏🙏🙏
3 Nov 2022 10:55 PM
😀😀😀😀
बेहद प्रभावशाली कलम ,आपने अपनी रचना में जिदंगी के एक पहलू से हमें अवगत कराते हुए बेहतरीन शब्दो से अपनी रचना को सजाया है।अति सुन्दर 👌👌👌👌💐💐🙏🙏
बहुत बहुत आभार अनामिका जी🙏🙏🙏🙏