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Comments (2)

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20 Nov 2022 06:17 AM

हमारा इसी विचार से बंटवारा हुआ है।
हमने अलग, अलग धर्म बना डालें।
सबका धर्म एक ही है।बस आपको देखने का नजरिया चाहिए। धन्यवाद आपका जी

20 Nov 2022 07:21 AM

जी गुरु जी सही फरमाया आपने।

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