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Comments (9)

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8 Oct 2022 08:16 PM

या फिर जान बूझकर
तुम ‘गांधारी’ बने हुए हो..?….. लाजवाब 👌

आपके हौसला अफजाई के लिए बहुत बहुत हृदयतल से शुक्रिया सीमा जी अपने साथ तू है ना..! फिर क्या फिक्र हमें बहना 😆😆😆🙏🙏🙏

8 Oct 2022 04:32 PM

बहुत हीं शानदार और हृदयस्पर्शी रचना शेखर जी🙏🙏🙏🙏👌👌👌

आपके हौसलामंद अल्फाज़ो का मैं तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ 🙏🙏🙏🌷🌷🌷

8 Oct 2022 01:01 PM

बेहतरीन, लाजवाब, शानदार रचना👌🏻👌🏻👌🏻💐💐🙏🏻🙏🏻

बहुत बहुत सहृदय से आपका आभार धन्यवाद शुक्रिया अनामिका जी 🙏🙏🙏

बहुत ही बेहतरीन लाजवाब रचना 🙏🙏

वैष्णवी जी कैसे हो? बहुत बहुत शुक्रिया आभार धन्यवाद 🙏🙏🙏

बढ़िया है सर आप बताइये 🙏🙏

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