Comments (7)
8 Sep 2022 09:17 AM
नायाब ग़ज़ल 👌👌🙏
Taj Mohammad
Author
8 Sep 2022 09:40 AM
बहुत बहुत धन्यवाद।
बहोत ही खास दिल की कसक जो दबी थी अल्फाज़ो के जरिये बाहर आ गयी 👍👍👍 संवेदनात्मक….
ऐसा नही है भाई आप तो जानते है ज़िन्दगी कैसी चल रही है।
हा सही है मेरी भी मुश्किल में कट रही है भाई बहोत परेशां हूँ 😣😣😣