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Comments (7)

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23 Aug 2022 01:55 PM

‘मेरी ख़ामोशी में भरा है जहर
मत उकसा इस विषधारी को’ 👌👌वाह बहुत खूब.. विषधारी दिलचस्प है।

22 Aug 2022 05:29 PM

क्या बात है,विष से विष को निकाला जा रहा है,😊😊बहुत बेहतरीन रचना।🙏🏻🙏🏻

हा हा क्या करे फिर कोई बेमतलब उलझाने की कोशिश करेगा तो जवाब देना पड़ेगा ना धन्यवाद 🙏🙏🙏

22 Aug 2022 09:07 PM

😃😃😃🙏🙏

वाह वाह 🙏👌👌

कोई खिलाफ मेरे बात कर रहा है उसको समझा रहा हूँ अपना तो जवाब कलम से होता है। बहोत बहोत धन्यवाद जी 🙏🙏🙏

बहुत नायाब तरीका है कलम से जवाब देना बहुत खूब

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