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Comments (8)

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16 Aug 2022 12:34 PM

बेहद हीं उम्दा और प्रशंसनीय 👌👌👌🙏🙏🙏

जी बहोत बहोत शुक्रिया धन्यवाद 🙏🙏🙏🌹🌹🌹

13 Aug 2022 02:44 PM

बेहतरीन ,लाजवाब रचना।👌🏻👌🏻👌🏻🙏🏻🙏🏻

जी बहोत बहोत आभार धन्यवाद 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳 आझादी के पर्व की बहोत बहोत बधाई 💐💐💐🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

सच बहुत ही उम्दा ग़ज़ल हैं 👌👌🙏

वैष्णवी जी आपका लाख लाख शुक्रिया आप जैसे रचनाकार और संजीदा पाठक हम जैसे नवसिखे की कलम में ऊर्जा भर देते है बहोत बहोत धन्यवाद 🙏🙏🙏💐💐💐

13 Aug 2022 08:16 AM

अब तक सबसे अच्छी ग़ज़ल। मैं इस पर टिप्पणी करने के लायक भी नहीं हूं बेहतरीन अल्फाजों के बातें भी जो रखी इस ग़ज़ल बहुत ही आला उम्दा है। भाई ग़ज़ल के मामले में तो कोई नही है आपके आस पास, कोई भी नही है दूर दूर तक sahityapidiya पर। you are the BOSS. I salute you

बहोत बहोत धन्यवाद आभार नहीं ऐसी बात नही ये तो आपकी साहित्य और गजल के प्रति गहरी समझ है और एक उम्दा सोच के व्यक्तित्त्व के आप धनी हो इसीलिये रचनाकार के कलम का आत्मा समझ लेते हो बहोत बहोत शुक्रिया 🙏🙏🙏💐💐💐 सिर्फ मजार रहेगी के भाव को भी अधोरेखित कीजिये 🙏🙏🙏

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