Comments (7)
1 Aug 2022 02:21 PM
बहुत ही जबरजस्त। क्या आला ग़ज़ल पेश की मजा आ गया।
'अशांत' शेखर
Author
1 Aug 2022 03:24 PM
बहोत बहोत 🙏🙏🙏🙏 धन्यवाद 😔😔😔😔 आभार💐💐💐 शुक्रिया
1 Aug 2022 12:47 PM
आपने बहुत ही सुंदर शब्दो से अपने जज्बात को पिरोकर अपनी रचना मे शानदार ढंग से उतारा है।🙏🏻
1 Aug 2022 12:49 PM
👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
'अशांत' शेखर
Author
1 Aug 2022 12:54 PM
बहोत बहोत धन्यवाद शुक्रिया 🙏🙏🙏
हृदयस्पर्शी उत्कृष्ट रचना 🙏🙏🙏
आपका दिल से धन्यवाद 🙏🙏🙏