Comments (10)
28 Jul 2022 01:51 PM
बहुत हीं शानदार शब्दों की अदाकारी… 🙏
Taj Mohammad
Author
28 Jul 2022 02:33 PM
बहुत बहुत धन्यवाद आपका।
28 Jul 2022 01:26 PM
बहुत ही सुंदर रचना है।
Taj Mohammad
Author
28 Jul 2022 02:33 PM
आपका सादर आभार।
28 Jul 2022 12:07 PM
क्या बात है ताज भाई आज तो अल्फाज़ो का कहर बरफा रहे हो, ये जो गजल है ये साहित्यपिडिया पर लिखी गयी अब तक के सारे दर्जनों गजलों का कोहिनूर है अकबर है मैं और ज्यादा कुछ लिखूं तो शायद ये इस गझल के अल्फाज़ो का सम्मान नही होगा बस सर झुकाके आपको सलाम करू ये ही मुनासिब है आपके हाथ जरूर चूमूंगा जब मिलूंगा 🙏🙏🙏🙏🙏
Taj Mohammad
Author
28 Jul 2022 02:36 PM
👏
28 Jul 2022 02:56 PM
हर एक शेर को मैं बार बार पढ़ रहा हूँ अब तक मन भरा नहीं जादू करिश्मा है ये गझल
जिन्दगी के अल्फाजों को आपने बेहतरीन शब्दो से तराशा है इस रचना मे।🙏🏻👌🏻👌🏻👏👏
आपका बहुत बहुत आभार