Comments (5)
Anamika Singh
Author
13 Jul 2022 04:08 PM
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर आभार।
13 Jul 2022 04:04 PM
बहोत खूब
इस इश्क़ के दरिया में
हम ढहते चले गए
तैराकी हम थे अच्छे, मग़र !
हम बहते चले गए
बहुत खूब। बहुत सुंदर शब्दो का तालमेल।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर आभार।