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Comments (3)

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18 Jul 2022 08:44 AM

Thanks

16 Jul 2022 09:43 AM

बहुत ही सुंदर भावपूर्ण और तडपन पूर्ण रचना।
ढूंढ लायेगा ये चांद तुम्हारे चांद को,
दिल में छिपा लेना अपने चांद को।

16 Jul 2022 08:17 AM

बहुत ही सुंदर रचना। धन्यवाद आपका।

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