Comments (6)
12 Jul 2022 12:33 PM
बहुत ही सुंदर रचना।
'अशांत' शेखर
Author
12 Jul 2022 02:04 PM
बहोत बहोत शुक्रिया धन्यवाद जी
11 Jul 2022 10:29 PM
भाई बहुत ही जबरजस्त ग़ज़ल लिखी है पढ़कर मजा आ गया।
'अशांत' शेखर
Author
11 Jul 2022 11:29 PM
बहोत बहोत शुक्रिया जनाब
बहुत सुंदर
बहोत बहोत धन्यवाद 🙏🙏🙏