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6 Jul 2022 10:59 PM

आदरणीय राजेश ‘ललित’ जी
आपकी मन को छू लेने वाली एवं गहरे अर्थ वाली क्षणिकायें जो की दिल पर छाप तो छोड़ती ही हैं साथ में संदेश भी बहुत विचारणीय है की आने वाली पीढ़ी को हम क्या देकर जाएंगे
आप जैसे बुद्धिजीवी हम जैसों को ऐसे ही जागृत करते रहें एवं मार्गदर्शन करते रहिए
“अति सुंदर एव प्रशंसनीय रचना” सच में चिंता का विषय

आपका आभार विवेक जी,प्रतिक्रिया और उत्साह वर्द्धन के लिये।

कृति जी और हीरा कौशल जी का आभार पर्यावरण पर चिंतन किया।

6 Jul 2022 08:52 PM

बहुत ही शानदार हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं जी ह

6 Jul 2022 08:43 PM

बहुत गहरा अर्थ है आपकी क्षणिकाओं का। बहुत सुंदर। हम सबका कर्तव्य है कि हम पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें व उसे कम से कम नुक़सान पहुँचायें। पर्यावरण को हमारी ज़रूरत नहीं, बल्कि हमें ज़रूरत है।

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