Comments (4)
5 Jul 2022 09:40 AM
क्या खूब बहोत उम्दा भाईजान
Taj Mohammad
Author
5 Jul 2022 12:14 PM
शुक्रिया
सराब-ए- आप में मैं खोया रहा,
ज़माने से बेख़बर ,
बेख़ुदी का मोरिद -ए- इल्ज़ाम रहा,
श़ुक्रिया !
Thanks