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2 Jul 2022 11:21 AM

फरिश्ते बैठे है सबके शानो पे।
हिसाब लिखते सब गुनाहों के।।4।।सही कहा है आपने।बहुत खूब

2 Jul 2022 11:50 AM

बहुत बहुत शुक्रिया आपका।

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